Mona lisa biography in hindi
असल में कौन थी मोनालिसा? जिसकी दुनिया की सबसे महंगी पेंटिंग, कीमत 74,96,89,65,000 अरब रुपये
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कुछ इतिहासकारों की राय इससे जुदा है. वह मानते हैं कि मोनालिसा दरअसल, लियोनार्डो दा विंची की मां कैटरीना थीं. विंची ने अपनी पेंटिंग में अपनी मां को पोर्ट्रे किया है.
लियोनार्डो दा विंची (Leonardo da Vinci) की मशहूर पेंटिंग ‘मोनालिसा’ (Monalisa) तो आपने देखी होगी.
artandobject.com के मुताबिक लियोनार्डो दा विंची ने साल 1500 से 1519 के बीच यह मशहूर पेंटिंग बनाई. कई सदी तक फ्रांस के राजाओं का इसपर कब्जा रहा.
Riva marker biography sampleफिलहाल साल 1804 से यह पेंटिंग पेरिस के लूर म्यूजियम में बुलेट प्रूफ ग्लास में रखी गई है. विंची की इस पेंटिंग में मोनालिसा की मुस्कान जितनी रहस्यमय है, उतना ही बड़ा राज यह भी है कि असल में मोनालिसा थी कौन?
कौन थीं मोनालिसा?
तमाम इतिहासकार दावा करते हैं कि मोनालिसा असल में फ्रांसीसी व्यापारी फ्रांचिस्को दी बरटोलमियो डेल गियोकोंडो की पत्नी लीजा डेल गियोकोंडो थीं.
विंची की बायोग्राफी लिखने वाले जार्जियो वासारी ने साल 1550 में अपनी किताब में भी यही हिंट दिया. हालांकि कुछ इतिहासकारों की राय इससे जुदा है. वह मानते हैं कि मोनालिसा दरअसल, लियोनार्डो दा विंची की मां कैटरीना थीं. विंची ने अपनी पेंटिंग में अपनी मां को पोर्ट्रे किया है.
क्या खुद विंची हैं मोनालिसा?
आर्ट पर काम करने वाले दुनिया के कुछ एक्सपर्ट्स इन दोनों से अलग एक थ्योरी देते हैं. वह दावा करते हैं कि दरअसल मोनालिसा में लियोनार्डो दा विंची ने खुद अपने आप को पोर्ट्रे किया है. वह थ्योरी देते हैं कि लियोनार्डो खुद को एक महिला के रूप में देखना चाहते थे और अपनी कल्पना को साकार करने के लिए उन्होंने मोनालिसा बनाई. हालांकि आज तक कोई पुष्ट जानकारी नहीं है कि मोनालिसा असल में कौन थी.
कैसे आई राजा के हाथ
लियोनार्डो दा विंची की जब साल 1519 में मौत हुई, तब तक यह पेंटिंग उन्हीं के पास थी.
उस वक्त विंची फ्रांस के राजा फ्रांसिस (प्रथम) की कोर्ट में सेवा देते थे. उनकी मौत के बाद मोनालिसा, राजा के पास चली गई और अगले कई सदी तक राज परिवार के पास रही. फ्रांसीसी क्रांति के वक्त लोगों ने राज परिवार से पेंटिंग छीन ली.
नेपोलियन के बेडरूम में सजी
इसके बाद कुछ वक्त तक यह पेंटिंग नेपोलियन के बेडरूम में भी लगी. फिर पेरिस के लूर म्यूजियम लाई गई.
साल 1911 में मोनालिसा कुछ वक्त के लिए चोरी भी हो गई. करीब 28 महीने बाद दोबारा मिली. ओरीप वीन्सेन्ज़ो इसे फ्लोरेंस के एक व्यापारी को बेचने की कोशिश कर रहा था और ट्रैप में फंस गया.
सिर्फ 30 सेकंड मिलते हैं देखने को
लूर म्यूजियम में मोनालिसा की पेंटिंग देखने के लिए लोग घंटों कतार में खड़े रहते हैं. मजे की बात यह है कि एक विजिटर को सिर्फ 30 सेकंड का वक्त मिलता है.
आज कितनी है कीमत?
मोनालिसा दुनिया की सबसे महंगी पेंटिंग में शुमार है.
वैसे तो मोनालिसा बहुमूल्य है, पर कुछ आर्ट कलेक्टर्स ने इसकी कीमत 900 मिलियन डॉलर तक आंकी है. रुपये में यह रकम 74,96,89,65,000 अरब के करीब बैठती है.
May 19, 2024, 15:08 IST
असल में कौन थी मोनालिसा? जिसकी दुनिया की सबसे महंगी पेंटिंग
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